FACTS ABOUT SHIV CHAISA REVEALED

Facts About Shiv chaisa Revealed

Facts About Shiv chaisa Revealed

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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है। त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार more info का कष्ट नहीं रहता।

जय Shiv chaisa जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

O Lord, Every time the Deities humbly sought your support, you kindly and graciously uprooted all their Difficulties. You blessed the Deities together with your generous support in the event the Demon Tarak outraged them therefore you destroyed him.

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ 

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

On Trayodashi (13th working day of the dim and bright fortnights) a person ought to invite a pandit and devotely make choices to Lord Shiva. Individuals who fast and pray to Lord Shiva on Trayodashi are normally wholesome and prosperous.

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥

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